Lio Tolstoy : Pratinidhi Rachanayen (Part-Ii)
$5 – $12
Author: LEO TOLSTOY
Pages: 576
Language: Hindi
Year: 2010
Binding: Both
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Description
विश्वप्रसिद्ध चिंतक टॉल्सटॉय के साहित्य से हिंदी के पाठक भलीभाँति परिचित हैं। ‘सस्ता साहित्य मंडल’ से प्रकाशित उनके साहित्य का हिंदी अनुवाद अपार लोकप्रियता हासिल कर चुका है। वस्तुत: टॉल्सटॉय के साहित्य की उपादेयता देशकाल तक सीमित नहीं है, वह सब काल और सबके लिए समान रूप से उपयोगी है।
टॉल्सटॉय की प्रतिनिधि रचनाओं को तीन भागों में प्रकाशित किया जा रहा है। पहले भाग में उनकी पुस्तकें- धर्म और सदाचार, जीवन-साधना, सामाजिक कुरीतियाँ तथा स्त्री और पुरुष, दूसरे भाग में- हम करें क्या, बुराई कैसे मिटे, हमारे जमाने की गुलामी और मेरी मुक्ति की कहानी तथा तीसरे भाग में- ईसा की सिखावन, कितनी जमीन, प्रेम में भगवान, बालकों का विवेक, कलवार की करतूत और अँधेरे में उजाला संकलित की गई हैं।
इन रचनाओं के माध्यम से जो लेखक के उदात्त विचार सामने आते हैं वे आज भी हर व्यक्ति के लिए प्रेरक और ग्राह्य हैं। आशा है डॉ. पालीवाल के संपादन में ये पुस्तकें पाठकों के लिए संग्रहणीय सिद्ध होंगी।
Additional information
Weight | 650 g |
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Dimensions | 14 × 21,5 × 3,5 cm |
Book Binding | Hard Cover, Paper Back |
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