Naitik Kathaiyan (Part-2) (PB)

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ISBN: 81-7309-094-7
Pages: 308
Edition: Second
Language: Hindi
Year: 2005
Binding: Paper Back

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Description

हिंदी के जाने-माने लेखक श्री यशपाल जैन की पांच पुस्तकें – ‘नैतिक कथाएं’, ‘अमर कथाएं’, ‘आदर्श कथाएं’, ‘ज्ञान कथाएं’ और ‘आलोक कथाएं’ पाठकों के लिए उपलब्ध हैं। इन्हें पाठकों ने इतना पसंद किया है कि प्रत्येक पुस्तक के एकाधिक संस्करण हो चुके हैं। फिर भी उनकी मांग बराबर बनी हुई है। ये कथाएं इतनी रोचक, रुचिकर और प्रेरणादायक हैं कि पढ़ते-पढ़ते तृप्ति नहीं होती। एक भी कथा ऐसी नहीं है, जिसमें कोई-न-कोई शिक्षा निहित न हो। इन कथाओं की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि ये मानव की सुप्त चेतना को झकझोरती हैं और उसे कर्तव्य-बोध कराकर एक नई दिशा में मोड़ती है। ये कथाएं अपने देश के सभी भागों में तो पढ़ी ही जा रही हैं, अन्य देशों में भी उनके पाठक हैं। फ़ीजी में तो आकाशवाणी से उनका नियमित प्रसारण हुआ है। दिल्ली दूरदर्शन के लिए उन पर कुछ धरावाहिक तैयार किए गए हैं। हमें विश्वास है कि ये तथा ‘मण्डल’ की अन्य पुस्तकें सभी क्षेत्रों और सभी वर्गों में चाव से पढ़ी जाएंगी और इनका जीवन-निर्माण में भरपूर लाभ लिया जाएगा।

Additional information

Weight 286 g
Dimensions 13,6 × 21 × 1,5 cm

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