Sold out
प्रस्तुत पुस्तक खलील जिब्रान की दो पुस्तकों का अनुवाद दिया गया है। ‘धरती के देवता’ उनकी सुविख्यात पुस्तक ‘दि अर्थ गाड्स’ का रूपांतर है और ‘गद्य-गीत’ उनकी ‘प्रोज पोइम्स’ का। ‘धरती के देवता’ जिब्रान की अंतिम रचना है, जो उनकी मृत्यु के दो सप्ताह पूर्व प्रकाशित हुई थी। भावों की गहनता के साथ-साथ इसमें हृदय की इतनी स्पंदनशीलता है कि पाठक पढ़ते-पढ़ते इसमें डूब जाते हैं। दूसरी पुस्तक ‘गद्य-गीत’ तो मानो भावों का सागर है। उसकी प्रत्येक रचना मानव के अंतर के संगीत और लय का अलौकिक सौंदर्य है।
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.