हमारे जमाने की गुलामी
हिंदी के पाठक टाल्स्टाय के नाम से भली-भांति परिचित हैं। उनकी अनेक कृतियों का हिंदी में अनुवाद हुआ है और पाठकों के बीच उन्हें असाधारण लोकप्रियता प्राप्त हुई है। यह पुस्तक टाल्स्टाय की एक महत्वपूर्ण कृति है। सामाजिक विषमता और सत्तावाद से उत्पन्न होनेवाली बुराइयां आज सारे संसार में फैली हुई हैं। उन बुराइयों का इस पुस्तक में बड़ी स्पष्ट रीति से उल्लेख किया गया है और उन्हें दूर करने का उपाय बताया गया है। यह रास्ता वही है, जिसका गांधीजी ने निर्देश किया था और जिस पर उन्होंने इस देश में अमल भी किया था।
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