संस्कार साहित्य (भाग 2)
संपादक: यशपाल जैन
मूल्य: 85.00 रुपए
इससे पहले ‘मण्डल’ ने संस्कार साहित्य माला के नाम से 12 पुस्तकों की एक शृंखला प्रकाशित की है, जिसे पाठकों द्वारा बहुत सराहा गया। उनका आग्रह था कि इन सभी पुस्तकों को एक ग्रंथ के रूप में प्रकाशित करना चाहिए ताकि यह सभी पुस्तकें पाठकों को एक साथ सुलभ हो सकें और इसके संग्रह में आसानी रहे। पाठकों की इसी मांग को ध्यान में रखते हुए हमने इस पुस्तक माला की सभी पुस्तकों को दो खंडों में प्रकाशित किया है। प्रथम खंड में पहली 6 पुस्तकें तथा द्वितीय खंड में शेष 6 पुस्तकें संग्रहीत की गई हैं। इन दोनों खंडों के सभी लेख विशिष्ट व्यक्तियों द्वारा लिखे गए हैं, जो पाठकों में एक नई चेतना का उदय तो करते ही हैं साथ ही जीवन की गहराई को समझने और अपने कर्तव्य को पहचान कर उसका निष्ठापूर्वक पालन करने की प्रेरणा भी देते हैं।
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