हमारे देश में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा, जिसने राम का नाम न सुना हो और रामकथा से परिचित न हो। भारत वर्ष में ही क्यों, संसार के अनेक देशों में राम-भक्ति की धारा प्रवाहित है। दक्षिण-पूर्व एशिया में तो समूचा लोकजीवन राम की भक्ति से ओतप्रोत है। सच बात यह है कि राम के नाम में और उनके चरित्र में कुछ ऐसा जादू है कि उनकी कथा को एक बार पढ़ लेने से तृप्ति नहीं होती, उसे बार-बार पढ़ने को जी चाहता है। इस पुस्तक के चार भागों में राम के जीवन के प्रमुख प्रसंगों को लेकर सारी कथा दी है। बीच-बीच में चुने हुई चैपाइयां तथा दोहे भी दे दिए गए हैं। जिससे यह पुस्तक सरल तथा रोचक बन गई है।
Tulsi Ram Katha (PB)
$4
ISBN: 978-81-7309-1
Pages: 312
Edition: Fifth
Language: Hindi
Year: 2008
Binding: Paper Back
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Weight | 350 g |
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Dimensions | 14,5 × 21,5 × 0,50 cm |
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