Brind Kavi Ke Subodh Dohe (PB)
₹30
ISBN: 81-7309-169-2
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Description
इस कड़ी की सभी पुस्तकों का सभी क्षेत्रों और पाठकों के सभी वर्गों में हार्दिक स्वागत हुआ है और इनकी मांग बराबर आती हरती है। इन सभी पुस्तकों की सामग्री का चुनाव संत-साहित्य के मर्मज्ञ श्री वियोगी हरि जी ने किया है और चुनाव में अस बात की सावधानी रखी है कि पाठकों को नीति और अध्यात्मक की केवल ऐसी रचनाएं मिलें, जो सहज ही समझ में आ जाएं। उन रचनाओं को और भी बोधगम्य बनाने के लिए उन्होंने उनका अर्थ दे दिया है। श्री वियोगी हरि जी स्वयं उच्चकोटि के कवि हैं। अतः उनका अर्थ भी अत्यंत सरस है और उससे उन रचनाओं का आकर्षण और भी बढ़ गया है। भावों की स्पष्टता के लिए कहीं-कहीं संकलनकर्ता ने कुछ टिप्पणियां भी दे दी हैं।
Additional information
Weight | 50 g |
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Dimensions | 12.2 × 17.7 × 0.50 cm |
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