इतना तो जानिए
आनन्द कुमार
मूल्य: 20.00 रुपए
प्रस्तुत पुस्तक के लेखक से हिंदी के पाठक भली प्रकार से परिचित हैं। उनकी कई पुस्तकें ‘मण्डल’ से प्रकाशित हुई हैं। इस पुस्तक में लेखक ने उन कुछ चीजों से परिचय कराया है, जिनका प्रयोग तो हम बराबर करते हैं, लेकिन उनका चलन कब और कैसे हुआ, उन्हें अपना वर्तमान रूप अथवा अवस्था किस प्रकार प्राप्त हुई, यह नहीं जानते। उदाहरण के लिए, सिक्के का हम बराबर इस्तेमाल करते हैं, रोटी खाते हैं, नमक का उपयोग करते हैं, कपड़ा पहनते हैं, चिट्ठियों पर डाल टिकट लगाते हैं, राष्ट्रीय झण्डे पर गौरव अनुभव करते हैं, लेकिन हममें से कितने हैं, जो इन सबकी उत्पति और विकास की कहानी जानते हैं? लेखक ने बड़े सरल और रोचक ढंग से यही सब जानकारी इस पुस्तक में दी है।
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