नई राह
प्रस्तुम नाटक के लेखक हिंदी के जाने-माने नाटककार थे। उनके नाटक जहां सुपाठ्य होते हैं, वहां मंच पर भी खेले जा सकते हैं। ‘नई राह’ की भी यही विशेषता है। इतना ही नहीं, इसमें उन्होंने बताया है कि किस राह पर चलकर हम अपने देश को समृद्ध, सुखी और समर्थ बना सकते हैं। यह नाटक नई पीढ़ी के लिए बड़ा उपयोगी है, क्योंकि आगे चलकर देश के नवनिर्माण का दायित्व उसी पर जाने वाला है। इस नाटक में प्रेरणा है कि हम अपने कर्तव्य को जानें और निष्ठा तथा परिश्रम से उसका पालन करें।
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