निषाद और शबरी
गोपालकृष्णन कौल
मूल्य: 15.00 रुपए
बालकों तथा प्रौढ़ों की पढ़ाई की तरफ जब से ध्यान गया है, ऐसी किताबों की मांग बढ़ गई है, जो बहुत ही आसान हों, जिनके विषय रोचक हों, जिनकी भाषा मुहावरेदार और बोचचाल की हो और जो मोटे टाइप में बढ़िया छपी हों। यह पुस्तक इन्हीं बातों को सामने रखकर निकाली जा रही हैं। कई पुस्तकें निकल भी चुकी हैं। जिनकी भाषा बड़ी ही आसान है। विषयों का चुनाव बड़ी सावधानी से किया गया है। छपाई-सफाई के बारे में भी विशेष ध्यान रखा गया है। हर किताब में चित्र भी देने की कोशिश की है।
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