आचार्य विनोबाभावे का नाम सारा देश जानता है। उनके भूदान-यज्ञ से भी सब परिचित हैं। विनोबाजी ने देश की जो सेवा की, वह बेजोड़ है। भूदान का अनुष्ठान लगभग पंद्रह वर्ष तक चला था और विनोबाजी ने उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूर्व से लेकर पश्चिम तक सारे देश में पैदल घूम लाखों एकड़ भूमि इकट्ठी की थी और भूमिहीनों में उसका बंटवारा किया था। अहिंसात्मक मूल्यों का वह अभियान उस युग के लिए अनोखा था। प्रेम की शक्ति का वह अद्भुत प्रदर्शन था। इस पुस्तक में विनोबाजी के जीवन तथा भूदान-यज्ञ से संबंधित कुछ घटनाएं दी गई हैं। यह भी बताया गया है कि सर्वोदय से देश की किस प्रकार भलाई हो सकती है।
Pawan Prasang (PB)
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ISBN: 978-81-7309-2
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Weight | 82 g |
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Dimensions | 12.2 × 17.10 × 0.50 cm |
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