योग से रोग निवारण
स्वामी शिवानंद सरस्वती
मूल्य: 150.00 रुपए
यह पुस्तक बंगला भाषा में प्रकाशित ‘योगबले रोग आरोग्य’ का हिंदी अनुवाद है। ऋषि जैमिनी बरुआजी ने बंग भाषा की अप्रौढ़ता के कारण अंग्रेजी संस्करण ‘योगिक थेरापी’ पुस्तक से हिंदी में बहुत ही सरल एवं बोधगम्य भाषा में अनुवाद किया है। इसमें 45 योगासनों का चित्र द्वारा वर्णन किया गया है कि कौन-सा आसन किस रोग को दूर करने के लिए करना चाहिए। नियमित रूप से इन्हें करने से शरीर को ऐसा बनाया जा सकता है कि रोग का उस पर आक्रमण ही न हो। ये आसन इतने सरल हैं कि चित्र देखकर हर कोई कर सकता है। इस पुस्तका प्रकाशन इसी सुस्पष्ट उद्देश्य के साथ किया जा रहा है, ताकि योगिक विद्या के ऐसे चमत्कारों से पूर्ण दर्शन-शास्त्र से भारत के सभी नागरिक परिचित हो जाएं, जो कि गरीबी, रोग-बहुलता और असामयिक मृत्यु के अभिशापों से अभी तक ग्रस्त हैं।
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