नीति की बातें
वियोगी हरि
मूल्य: 30.00 रुपए
प्रस्तुत पुस्तक के लेखक ने संत-साहित्य का, विशेषकर नीति संबंधी साहित्य का, गहराई से अध्ययन किया है और अनेक पुस्तकों की रचना की। प्रस्तुत पुस्तक में नीति की उन बातों का समावेश किया गया है, जो आत्मशोधन के जिज्ञासुओं के लिए बहुत ही मूल्यवान हैं। सच यह है कि बिना आत्मशोधन के वास्तविक सुख नहीं मिल सकता, न शांति ही मिल सकती है। आवश्यकता इस बात की है कि इस पुस्तक में जो बातें बताई गई हैं, उन पर हम आचरण करें। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि विचार कितने ही अच्छे क्यों न हों, उनका पूरा लाभ तभी मिलता है, जबकि उनके अनुसार आचरण होता है।
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