महाभारत के सूक्ति-रत्न
संग्राहक: इन्द्रचन्द्र शास्त्री
मूल्य: 30.00 रुपए
‘मण्डल’ से सुभाषितों के हम कई संग्रह निकाल चुके हैं। ‘सुभाषित-सप्तशती’, ‘सूक्ति-रत्नावली’, ‘अमृत की बूंद’, ‘संत-वाणी’ आदि पुस्तकों को पाठकों ने बहुत पसंद किया है। इनकी मांग बराबर बनी रहती है। प्रस्तुत पुस्तक उसी शृंखला की एक मूल्यवान कड़ी है। इसमें महाभारत के शान्ति-पर्व तथा अनुशासन-पर्व में से चुने हुए सुभाषित दिए गए हैं। पाठकों की सुविधा के लिए उन्हें विभिन्न वर्गों में विभाजित कर दिया गया है। महाभारत वैसे तो सुभाषितों की खान है, लेकिन इस पुस्तक में केवल उन सूक्तियों का संग्रह किया गया है, जो विचार-प्रेरक हैं, साथ ही चरित्र-निर्माणकारी भी। वैसे इस पुस्तक को जो भी पढ़ेगा, उसी को लाभ होगा, लेकिन नई पीढ़ी के लिए इसकी विशेष उपयोगिता है।
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