सत्य कल्पना से अद्भुत होता है – इस पुस्तक में इस कहावत को सिद्ध करनेवाली कहानियां हैं। इनकी कथावस्तु सच्ची है और इनमें मनुष्य की महानता के चित्र हैं, उन मनष्यों की महानता के चित्र जो साधारण ही नहीं बल्कि उनमें से कुछ गिरे हुए भी माने जाते हैं। ये कहानियां बताती हैं कि मनुष्य स्वभाव से गिरा हुआ नहीं होता। हर मनुष्य के जीवन में वे क्षण आते हैं जब वह माने हुए बड़े-से-बड़े आदमी से भी बड़ा होता है। वे क्षण इस बात के साक्षी हैं कि यदि अवसर मिले तो वह सदा के लिए बड़ा बन सकता है।
Jiwan Prag (PB)
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Author: VISHNU PRABHAKAR
ISBN: 978-81-7309-280-0
Pages: 60
Language: Hindi
Year: 2007
Binding: Paper Cover
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