बहता पानी निर्मला
‘सस्ता साहित्य मंडल’ से अब तक कथा-कहानियों के अनेक संग्रह प्रकाशित हुए हैं, जिन्हें पाठकों ने बहुत पसंद किया है। उनकी लोकप्रियता का इस बात से अनुमान किया जा सकता है कि उन सब पुस्तकों के एकाधिक संस्करण हो चुके हैं और उनकी माँग बराबर बनी हुई है।प्रस्तुत संग्रह में विविध रसों की कहानियाँ तथा लोक-कथाएँ प्रकाशित की गई हैं। वैसे हैं तो ये कथा-कहानियाँ, लेकिन आधुनिक कहानियों तथा लोक-कथाओं से भिन्न हैं। इनमें कुछ तो ऐतिहासिक हैं, कुछ कहावतों पर आधारित हैं और कुछ लोक जीवन से ली गई। हैं। इन सबकी निम्नलिखित विशेषताएँ हैंये सभी वर्गों के पाठकों के लिए उपयुक्त हैं।बोधप्रद हैं।मनोरंजक हैं।ये कहानियाँ राजस्थान अंचल की हैं। अतः इनमें राजस्थानी रंग हैं और राजस्थानी शब्दों तथा कहावतों का पर्याप्त प्रयोग हुआ है। राजस्थानी के ये शब्द और कहावतें इतनी सुगम हैं कि उनका अर्थ सहज ही समझ में आ जाता है। फिर भी कतिपय क्लिष्ट शब्दों तथा कहावतों के अर्थ पाद-टिप्पणियों में दे दिए गए हैं।
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