पौराणिक कथाये 2
पौराणिक कथाएँ (भाग-1) का जिस तरह से पाठकों ने स्वागत किया, उससे उत्साहित होकर श्री बालशौरि रेड्डी ने हमारे लिए पौराणिक कथाएँ (भाग-2) का लेखन किया है। हमारे पौराणिक ग्रंथों में ऐसी अनगिनत कहानियाँ मौजूद हैं जिनसे हमारी नई पीढ़ी नैतिक और सांस्कृतिक ऊर्जा ग्रहण कर सकती है। ये कहानियाँ भारतीय वाङ्मय की महान परंपरा से भी नई उम्र के पाठकों को जोड़ती हैं। सबसे बड़ी बात कि संस्कृत भाषा न जाननेवाले पाठक भी इन कहानियों को पढ़ सकते हैं।
हिंदी के चर्चित लेखक बालशौरि रेड्डी ने इस पुस्तक में पुराणों की कहानियों को संक्षिप्त एवं सरल भाषा में प्रस्तुत किया है जिससे कि न सिर्फ बच्चे बल्कि हर वर्ग के पाठक प्रेरणा ग्रहण कर सकते हैं।
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.