Har Rasta Ganga Ki Aur/हर रास्ता गंगा की ओर-रस्किन बांड

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ISBN: 978-81-7309-4
Pages: 116
Edition: First
Language: Hindi
Year: 2010
Binding: Paper Back

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Book Description

हर रास्ता गंगा की ओर

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

हिंदी के अलावा अन्य भारतीय एवं विदेशी भाषाओं के श्रेष्ठ साहित्य, हिंदी के पाठकों को उपलब्ध कराना ‘सस्ता साहित्य मंडल’ का ध्येय रहा है। इस क्रम में हम अंग्रेजी के अति लोकप्रिय लेखक पद्मश्री रस्किन बॉण्ड द्वारा लिखित एवं संपादित पुस्तकें पहली बार हिंदी पाठकों को सुलभ करा रहे। हैं। प्रथम चरण में मंडल द्वारा प्रकाशित होनेवाली पुस्तकें हैं : हनुमान आए बचाने, बहुत सारी परेशानियाँ, अजीबोगरीब लोग और अजीबोगरीब जगहें, भूतों से मुठभेड़, हर रास्ता गंगा की ओर, भारतीय दंतकथाएँ अपराध-कथाएँ बच निकलने की विख्यात कहानियाँ, प्रेम कहानियाँ और हिमालय की कहानियाँ। रस्किन बॉण्ड की शेष लोकप्रिय पुस्तकें भी जल्द ही हम पाठकों को उपलब्ध कराने जा रहे हैं।

रस्किन बॉण्ड भारतीय संस्कृति और परिवेश से भलीभाँति परिचित हैं, यही कारण है कि वे जहाँ भारतीय दंतकथाओं का संग्रह करते हैं वहीं रामकथा का अपना एक अलग पाठ प्रस्तुत करते हैं। उनकी पुस्तकें सभी उम्र और वर्ग में लोकप्रिय रही हैं। आशा ही नहीं, हमें पूरा विश्वास है कि हिंदी के पाठक भी इन पुस्तकों में पूरी रुचि दिखाएँगे।

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