प्रस्तुत पुस्तक में विद्वान लेखक ने बड़ी ही सरल-सुबोध भाषा-शैली में उपनिषदों का सार दिया है। लेखक का संपूर्ण साहित्य मनुष्य को अच्छा मनुष्य बनने की प्रेरणा देता है। वही प्रेरणा इस पुस्तक के द्वारा मिलती है। राजाजी ने बहुत-कुछ लिखा है। रामायण, महाभारत, श्रीमद्भागवत, उपनिषद् आदि के सबंध में उन्होंने अपनी अनुपम शैली में अत्यंत मूल्यवान विचार दिए हैं। लेखक के विचार बहुत ही सुलझे हुए हैं। अतः उनकी कृतियों में जहां विचारों की स्पष्टता है, वहां प्रवाह भी खूब है। सामान्य शिक्षित व्यक्ति भी उनसे लाभ उठा सकते हैं। उनकी लगभग सभी पुस्तकें ‘मण्डल’ ने हिंदी में प्रकाशित की हैं।
Upnisad (PB)
₹35
ISBN: 81-7309-177-3
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Weight | 55 g |
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Dimensions | 12 × 17.5 × 0.50 cm |
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