प्रस्तुत पुस्तक में लेखक ने उन चुने हुए व्यक्तियों के संस्मरण दिए हैं, जिन्होंने भारत और भारतीय संस्कृति के प्रति निष्ठा रखकर दो देशों और उनके निवासियों के बीच स्नेह और सौहार्द स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। पुस्तक की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसकी रचना निजी अनुभूतियों के आधार पर की गई है। यही कारण है कि अपने संस्मरणों में जो चित्र लेखक ने दिए हैं, वे अत्यंत सजीव तथा प्राणवान हैं और पढ़नेवालांे के मन पर उनकी गहरी छाप पड़े बिना नहीं रहती।
Setu Nirmata
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Author: YAS PAL JAIN
ISBN: 81-7309-006-8
Pages: 144
Language: HINDI
Year: 2003
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Description
Additional information
Weight | 150 g |
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Dimensions | 21,2 × 13,2 × 0,5 cm |
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