Aapbeetee
$0
Author: KRISHANA MEHTA
ISBN: 81-7309-052-1
Pages: 144
Language: HINDI
Year: 2005
- Description
- Additional information
- Reviews (0)
Description
प्रस्तुत पुस्तक की लेखिका के पति जिलाधीश दुनीचंद मेहता ने काश्मीर पर कबाइलियों द्वारा आक्रमण के समय वीरतापूर्वक अपने कर्तव्य का निर्वाह किया था और मौत को गले लगाया था। उसके पश्चात लेखिका और उनके बच्चों को कितनी भीषण और मार्मिक परिस्थितियों में से गुजरना पड़ा तथा बाद में उन्हें किस प्रकार पं. जवाहरलाल नेहरू का संरक्षण प्राप्त हुआ, उसका विशद वर्णन लेखिका ने इस पुस्तक में किया है। लेखिका ने जहां मनुष्य के भीतर जागते हुए राक्षस को देखा है, वहां शैतान के भीतर शिव के दर्शन भी किए हैं और दोनों का समान भाव से वर्णन किया है। इस प्रकार यह पुस्तक काश्मीर पर कबाइलियों के आक्रमण से आरंभ होकर जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद समाप्त होती है।
Additional information
Weight | 108 g |
---|---|
Dimensions | 17,7 × 12 × 0,6 cm |
Reviews
There are no reviews yet.