अमृतानुभव
यों तो ‘मण्डल’ की सभी पुस्तकें पाठकों को पसंद आती हैं, लेकिन उसका आध्यात्मिक साहित्य तो विशेष रूप से लोकप्रिय हुआ है। कई पुस्तकों के एकाधिक संस्करण हो चुके हैं। यह पुस्तक भी आध्यात्मिक साहित्य में एक और मूल्यवान कड़ी जुड़ी है। संत ज्ञानेश्वर महाराष्ट्र की विभूति हैं। उन्होंने जो कुछ लिखा है, वह जन-जन के लिए अत्यंत प्रेरणादायक है। इस पुस्तक में 806 श्लोक (ओवियां) हैं। प्रत्येक श्लोक पठनीय तथा मननीय है। उससे ज्ञान तो प्राप्त हाता ही है, उस ज्ञान को जीवन में उतारने की प्रेरणा भी मिलती है।
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